
राजेश सोनी
तखतपुर-बिलासपुर कलेक्टर के आदेशानुसार इस बार दिवाली पर बिलासपुर जिले में सिर्फ रात में दो घंटे यानी रात 8 बजे से 10 बजे तक ही आतिशबाजी किया गया।इसके बावजूद कोरोना संकट के दौरान दीपावली का पर्व शनिवार को तखतपुर तहसील क्षेत्र में उल्लास व उमंग के साथ मनाया गया। बाजारों में उमड़ी भीड़ यह बयां करने के लिए काफी थी कि कोरोना संकट पर पर्व की खुशियां और उत्साह भारी है। पहले लगा कि कोरोना वायरस ने त्योहार की रौनक थोड़ी कम कर दी है मगर लोगों ने दिल खोलकर धूम धड़ाके के साथ त्योहार मनाया। लोगों ने अपने घरों पर भगवान श्रीगणेश व लक्ष्मी के साथ-साथ कुबेर भगवान की भी विधिवत पूजा अर्चना की और परिवार में सुख शांति की कामना की।
शनिवार को सुबह से ही दीपावली के त्योहार को लेकर हर तरफ उत्साह का माहौल दिखाई दिया। शनिवार को शाम होते ही मंदिर और घर दियो की रोशनी से जगमगा उठी।सुबह ही लोग त्यौहार की खरीदारी के लिए बाजार पहुंचे और शाम को होने वाली लक्ष्मी पूजा के लिए सामान खरीदा। देर शाम तक दुकानों और घरों में लोगों ने भक्तिभाव से गजानन गणेश व माता लक्ष्मी का पूजन-अर्चन किया। साथ ही स्वादिष्ट व्यंजन व मिठाईयों का भोग भी लगाया गया।मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किये। शाम होते ही छोटे-बड़े सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजा-पाठ का दौर चलता रहा। श्री महालक्ष्मी पूजन व दीपावली का महापर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या में प्रदोष काल, स्थिर लग्न समय में मनाया जाता है। इस दिन लोग धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाने के लिए लक्ष्मी पूजन करते हैं। दिवाली के दिन की विशेषता लक्ष्मी जी के पूजन से संबंधित है। इस दिन हर घर, परिवार, कार्यालय में लक्ष्मी जी के पूजन के रूप में उनका स्वागत किया जाता है। लोग धन की देवी लक्ष्मी से समृद्धि व वित्तकोष की कामना करते हैं।