
8 माह के बाद भी नहीं मिला मुआवजा, मोंढे के लोगों ने मुआवजा के लिए कलेक्टर से की गुहार
रिपोर्टर- राजेश सोनी
बिलासपुर- भीषण बाढ़ के कारण तखतपुर के ग्राम पंचायत मोढे गांव में जिनके मकान बाढ़ में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे।उन्हें खुद बिलासपुर कलेक्टर ने कहा था कि एक सप्ताह के भीतर उनको क्षतिग्रस्त मकान का मुआवजा जरूर मिल जाएगा।बाढ़ के हालात का निरीक्षण करने के लिए तखतपुर गए कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने उन्हें भरोसा दिलाया था।लेकिन इस बात को आज तकरीबन आठ महीने होने के बावजूद पीड़ित ग्रामीणों को फूटी कौड़ी भी नहीं मिल पाई है। यह हाल है हमारे जिले के संवेदनशील राजस्व विभाग का।
इस मोढे गांव से ज्ञापन के जरिए अपनी गुहार लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे राजेंद्र बारमते, पवन बारामते, चंद्र कली बंजारे और जगमोहन बंजारे ने आज फिर से जिला कलेक्टर को उनके आश्वासन और भरोसे का स्मरण कराया है। बाढ़ के कारण इन चारों में से किसी के मकान का एक कमरा तो किसी के मकान का दो कमरा क्षतिग्रस्त हुआ था। उन्होंने ज्ञापन के जरिए एक तरह से जिला कलेक्टर को स्मरण पत्र सौंपकर या दुखड़ा बताने की कोशिश की है कि उनके कलेक्टर के बोलने के 8 महीने बाद भी उन्हें मुआवजे के रूप में फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है। विडंबना यह है कि बाढ़ से पीड़ित यह चारों आवेदक अनुसूचित जनजाति के हैं जिनके भले के लिए प्रदेश सरकार हर वक्त तैयार रहती है।